देव श्रीमाली, GWALIOR. ग्वालियर में एक बार फिर बापू महात्मा गांधी का हत्यारा नाथूराम गोडसे चर्चा में है। आज के दिन ही गोडसे को महात्मा गांधी हत्याकांड में फांसी दी गई थी, लेकिन हिन्दू महासभा ने इसे बलिदान दिवस के रूप में मनाया। यहां गोडसे की आरती की और प्रतिमा स्थापना की मांग उठाई ।
मूर्ति लगाने की मांग की
आज इसी को लेकर हिंदू महासभा ने गोडसे और आप्टे की बरसी पर पूजा अर्चना कर अखंड भारत का शासन कर लिया है। हिंदू महासभा कार्यालय में दर्जनों भर हिंदू महासभा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता पहुंचे और नाथूराम गोडसे की बरसी पर पूजा अर्चना कर आरती उतारी।साथ ही उन्होने संकल्प लिया है कि ग्वालियर में जल्द बापू के हत्यारे नाथूराम गोडसे की मूर्ति किसी चौराहे पर स्थापित होगी और इसको लेकर हिंदू महासभा लगातार प्रयासरत है।
गांधी के हत्यारे की उतारी आरती
ग्वालियर में स्थित हिंदू महासभा कार्यालय पर हिंदू महासभा के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने आज नाथूराम गोडसे बलिदान दिवस के रुप में मनाया।इस मौके पर दर्जनों भर हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं ने नाथूराम गोडसे और उसके साथी आप्टे की पूजा अर्चना की आरती उतारी। इसके साथ ही नाथूराम गोडसे जिंदाबाद के नारे लगाए। हिंदू महासभा की प्रवक्ता अर्चना चौहान का कहना है कि नाथूराम गोडसे एक क्रांतिकारी है और आज उनका बलिदान दिवस है इस मौके पर हिंदू महासभा ने सभी कार्यकर्ताओं को अखंड भारत का संकल्प दिलाया है। उनका कहना है कि उनकी मांग है कि शहर के किसी चौराहे पर नाथूराम गोडसे की मूर्ति स्थापित हो और उसको लेकर उन्होंने नगर निगम कमिश्नर से बातचीत की है। उन्होंने बताया कि नाथूराम गोडसे की पहली मूर्ति प्रशासन के कब्जे में है, लेकिन उनकी दूसरी मूर्ति तैयार हो रही है।
पहले लगा दी थी गोडसे की मूर्ति
हिमस द्वारा ग्वालियर में महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे की पूजा अर्चना की जाती है और इसी को लेकर यह मामला पूरे देश भर में सुर्खियों में रहता है । इसके पहले भी हिंदू महासभा ने ग्वालियर में दौलतगंज स्थित अपने कार्यालय पर नाथूराम गोडसे की मूर्ति स्थापित की थी लेकिन बवाल मचने के बाद सरकार के आदेश पर प्रशासन ने मूर्ति को जप्त कर लिया था और अभी तक यह मूर्ति प्रशासन के कब्जे में है । इसके बावजूद हिंदू महासभा लगातार नाथूराम गोडसे की पूजा अर्चना करती आ रही है उनकी जयंती और बलिदान दिवस को भव्य तरीके से मनाया जाता है लेकिन इसके बावजूद प्रशासन की तरफ से आज तक कोई एक्शन नहीं लिया गया है।